अहंकार और शरीर में आसक्ति: बूढ़ी महिला का कार पर श्रृंगार

अहंकार और शरीर में आसक्ति: बूढ़ी महिला का कार पर श्रृंगार

एक बार मैं बम्बई में जा रहा था, तो एक साठ-पैंसठ वर्ष की एक बुढ़िया, और काला रंग और खूब मोटी, गाड़ी चला रही थी, तो जब गाड़ियाँ खड़ी होती है लाल लाइट में, सब पास-पास खड़ी होती हैं। तो हमारे बगल में ही वो गाड़ी खड़ी थी तो जितनी देर वो खड़ी रही, अरे! वही तीस-चालीस सेकण्ड, तुरन्त उसने पर्स से निकाला शीशा (मेकअप करने लगी) । तो इस उमर में, न रंग, न रूप और फिर सब देख रहे हैं। इतना अहंकार देह का। लोग अपनी देह में इतनी आसक्ति रखते हैं, बाहर तो रखते ही हैं।

Source: Kripalu bhakti dhara 2 - 113

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